vishwakarma shram samman yojana uttar pradesh विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना (PM Vishwakarma Scheme) भारतीय सरकार की एक बड़ी और महत्वाकांक्षी पहल है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2023 में शुरू किया। इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक सहायता और कौशल विकास प्रदान करना है ताकि वे अपनी आजीविका को सशक्त बना सकें। इस योजना के लिए सरकार ने ₹13,000 करोड़ का बजट निर्धारित किया है।
योजना की मुख्य विशेषताएं
- आर्थिक सहायता:
योजना के तहत कारीगरों को दो चरणों में वित्तीय सहायता दी जाएगी। पहले चरण में ₹1 लाख तक का ऋण 5% की ब्याज दर पर दिया जाएगा। दूसरे चरण में ₹2 लाख तक का ऋण मिल सकता है। - प्रशिक्षण और टूलकिट:
पारंपरिक कौशल को बढ़ावा देने के लिए छह दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही उपकरण खरीदने के लिए ₹15,000 की अतिरिक्त सहायता भी दी जाएगी। - पहचान पत्र और प्रमाण पत्र:
पंजीकरण कराने वाले लाभार्थियों को पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत विशेष पहचान पत्र और प्रमाण पत्र दिया जाएगा। - पंजीकरण में सरलता:
पंजीकरण प्रक्रिया पूरी तरह से निःशुल्क है और यह आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन किया जा सकता है।
पात्रता मानदंड
- आयु सीमा:
आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। - निवास स्थान:
योजना के लिए केवल उत्तर प्रदेश या भारत के अन्य राज्यों के निवासी आवेदन कर सकते हैं। - शैक्षिक योग्यता:
इस योजना के लिए शैक्षिक योग्यता की कोई आवश्यकता नहीं है। - परिवार के सदस्य:
एक परिवार (पति-पत्नी) में से केवल एक सदस्य ही योजना का लाभ उठा सकता है। - पिछला लाभ:
पिछले दो वर्षों में केंद्र या राज्य सरकार से किसी टूलकिट योजना का लाभ न लिया हो। - प्रमाण पत्र:
परंपरागत कारीगरी का प्रमाण, जो ग्राम प्रधान या स्थानीय नगर निकाय से सत्यापित हो।
vishwakarma shram samman yojana uttar pradesh ke लाभार्थी वर्ग
योजना का लाभ उन सभी पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को मिलेगा जो अपने कौशल के जरिए आजीविका चलाते हैं। इनमें शामिल हैं:
- कुम्हार
- मोची
- दर्जी
- धोबी
- सुनार
- बढ़ई
- नाई
- हलवाई
- लोहार
योजना के लाभ
- आजीविका में सुधार:
वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण से कारीगरों को स्वरोजगार के नए अवसर मिलेंगे। - बेरोजगारी में कमी:
पारंपरिक व्यवसायों को बढ़ावा देने से राज्य की बेरोजगारी दर में गिरावट आएगी। - कौशल विकास:
निःशुल्क प्रशिक्षण से कार्यकुशलता और उत्पादकता में वृद्धि होगी। - स्थिर आय:
कारीगरों को कम ब्याज दर पर ऋण मिलने से वे अपनी आय को स्थिर बना पाएंगे।
आवश्यक दस्तावेज
योजना का लाभ उठाने के लिए निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
vishwakarma shram samman yojana uttar pradesh ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- आधार और मोबाइल नंबर का उपयोग करके पंजीकरण करें।
- OTP के जरिए पहचान सत्यापित करें।
- आवेदन फॉर्म में आवश्यक जानकारी भरें।
- दस्तावेज अपलोड करें और फॉर्म जमा करें।
vishwakarma shram samman yojana uttar pradesh आवेदन की स्थिति कैसे जांचें?
- आधिकारिक वेबसाइट पर लॉगिन करें।
- “एप्लीकेशन स्टेटस” सेक्शन पर जाएं।
- अपना आवेदन संख्या दर्ज करें और “जांचें” पर क्लिक करें।
योजना के प्रभाव
यह योजना न केवल पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आत्मनिर्भर बनाएगी बल्कि देश की आर्थिक और सामाजिक संरचना को भी सुदृढ़ करेगी। प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता के माध्यम से वे अपने व्यवसाय को बढ़ा सकेंगे, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा।
vishwakarma shram samman yojana uttar pradesh हेल्पलाइन नंबर
योजना से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए 18002677777 पर संपर्क करें।
यह योजना “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।